ए बाबा काहे बता द: हरेश्वर राय

काहे बा फगुनवा उदास
ए बाबा काहे बता द।

कली मुसुकइली ना कूकली कोइलिया
सुगना के ठोर से उड़ल ओठ ललिया
काहे ना फूलल पलास
ए बाबा काहे बता द।

बछिया संवरको ना काहे पगुराली
सोकना बरध के बा धइले अलाली
भुअरी के फूटल बा भनास
ए बाबा काहे बता द।

खेत खरिहनियन में भूतवन के डेरा
काहे सिवनवा प उठता बंड़ेरा
काहे सूखल बा बनास
ए बाबा काहे बता द।

हमरा अंगनवा के तुलसी झुरइली
छान्ही प चढ़ल बिया करुई करइली
काहे बढ़ल बा तींतास
ए बाबा काहे बता द।

हथवा में कमवा ना आंखी में सपनवा
काहे बढ़ल बड़ुए अतना दमनवा
काहे रुसल बा उजास
ए बाबा काहे बता द।

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