हमार गाँव: उमेश कुमार राय
भईया हो! हिन्दवा बसे मोरे गाँव,
ईहवाँ के पुरनियाँ के बा खूबे नाँव।
ईहवाँ के पुरनियाँ के बा खूबे नाँव।
पढ़ाई-लिखाई में केहू ना थहलस,
पहिलका एमएस-सी शाहाबाद के दीहलस,
डाकडर-फरफेसर आ कमीशनर- डी एम,
ईनजीनियर आ मास्टर से पटल बा गाँव।
पहिलका एमएस-सी शाहाबाद के दीहलस,
डाकडर-फरफेसर आ कमीशनर- डी एम,
ईनजीनियर आ मास्टर से पटल बा गाँव।
एमएलए - परिषद आ कवि-लेखक,
परसिध अर्थशासतरी आ विज्ञानिक,
गायक - उदघोषक आ सुनर बादक ,
बुद्धिजीवियों में बा एहिजा के नाँव।
परसिध अर्थशासतरी आ विज्ञानिक,
गायक - उदघोषक आ सुनर बादक ,
बुद्धिजीवियों में बा एहिजा के नाँव।
शिवाला-यज्ञशाला अउर पाठशाला,
काली माई-शीतला माई आ गाँव-डीहवार,
बरह्म बाबा-सोखा बाबा आ सूरूज दरबार,
सती माई बसेली सीतल पकड़िया छाँव।
काली माई-शीतला माई आ गाँव-डीहवार,
बरह्म बाबा-सोखा बाबा आ सूरूज दरबार,
सती माई बसेली सीतल पकड़िया छाँव।
बैंक-डाकघर आउर पुस्तकालय,
नाहर-पईन आ आहर-पोखरा के पाट,
बाग-बगईचा अउर छठिया घाट,
हमनी के आन-बान-शान जमुआँव।
नाहर-पईन आ आहर-पोखरा के पाट,
बाग-बगईचा अउर छठिया घाट,
हमनी के आन-बान-शान जमुआँव।
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