लतखोर: उमेश कुमार राय
मारS बड़नी,
चाहे लुकार,
धीरे सुहूराव,
चाहे पुचकार,
ई लतखोर हवन ना मनिहें।
चाहे लुकार,
धीरे सुहूराव,
चाहे पुचकार,
ई लतखोर हवन ना मनिहें।
अनकरे में डूबेलन,
बात चलावे के,
बात फेरे के,
बात मिलावे के,
अउर बात टेरे के,
सभे इनका से सीखेलन,
ई लतखोर हवन ना मनिहें।
अनकरे के बूझेलन,
सझुरावल के अझुरावेलन,
बुझल के धधकावेलन,
ई लतखोर हवन ना मनिहें।
सझुरावल के अझुरावेलन,
बुझल के धधकावेलन,
ई लतखोर हवन ना मनिहें।
गलत कहस,
चाहे सही,
बात ईनकरे रही,
सब बात जानेलन,
बाकी पने खूंटा गाड़ेलन।
ई लतखोर हवन ना मनिहें।
बात ईनकरे रही,
सब बात जानेलन,
बाकी पने खूंटा गाड़ेलन।
ई लतखोर हवन ना मनिहें।
बात चलावे के,
बात फेरे के,
बात मिलावे के,
अउर बात टेरे के,
सभे इनका से सीखेलन,
ई लतखोर हवन ना मनिहें।
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